काव्यांश (भाषा - अवधी)

अंग-अंग दलित ललित

अंग-अंग दलित ललित फूले किंसुक-से
   …

Read More
अगहन देवस घटा निसि बाढ़ी

नागमती वियोग खण्ड-


अगहन देवस घटा निसि…

Read More
अधर सुरंग अमिअ रस भरे

नखशिख खण्ड-

अधर सुरंग अमिअ रस भरे। बिंब सुरंग…

Read More
अवधेस के द्वारे सकारें गइ

अवधेस के द्वारे सकारें गइ सुत गोद कै भूपति लै निकसे। Read More

आगें सोहै साँवरो कुँवरु गोरो पाछें-पाछें

आगें सोहै साँवरो कुँवरु गोरो पाछें-पाछें,
 …

Read More
ईस-सीस बससि

ईस-सीस बससि, त्रिपथ लससि, नभ-पताल-धरनि।
सुर-नर-मुनि-नाग-सिद्ध-सुजन…

Read More
ओझरी की झोरी काँधें आँतनिकी सेल्ही बाँधें

ओझरी की झोरी काँधें आँतनिकी सेल्ही बाँधें,
 …

Read More
कतहुँ बिटप-भूधर उपारि परसेन बरष्षत

कतहुँ बिटप-भूधर उपारि परसेन बरष्षत।
कतहुँ…

Read More
कबहूँ ससि मागत आरि करैं

कबहूँ ससि मागत आरि करैं कबहूँ प्रतिबिंब निहारि…

Read More
कस न दीनपर द्रवहु उमाबर

कस न दीनपर द्रवहु उमाबर। दारुन बिपति हरन करुनाकर।। Read More

कहौं लिलाट दुइजि कै जोती

नखशिख खण्ड-

कहौं लिलाट दुइजि कै जोती। दुइजिहि…

Read More
का सिंगार ओहि बरनौं राजा

नखशिख खण्ड-

का सिंगार ओहि बरनौं राजा। ओहिक…

Read More
कागर कीर ज्यों भूषन-चीर

कागर कीर ज्यों भूषन-चीर सरीरु लस्यो तजि नीरु ज्यों…

Read More
कातिक सरद  चंद उजिआरी

नागमती वियोग खण्ड-


कातिक सरद  चंद…

Read More
कीर के कागर ज्यों नृपचीर

कीर के कागर ज्यों नृपचीर, बिभूषन उप्पम अंगनि पाई। Read More

कुंभकरन्नु हन्यो रन राम

कुंभकरन्नु हन्यो रन राम दल्यो दसकंधरु कंधर तोरे। Read More

को जाँचिये संभु तजि आन

को जाँचिये संभु तजि आन।
दीनदयालु भगत-आरति-हर,…

Read More
को बड़ छोट कहत अपराधू

बालकाण्ड-

को बड़ छोट कहत अपराधू । सुनि गुन…

Read More
गहि मंदर बंदर-भालु चले

गहि मंदर बंदर-भालु चले, सो मनो उनये घन सावनके। Read More

गाइये गनपति जगबंदन

गाइये गनपति जगबंदन। संकर-सुवन भवानी-नंदन।।
सिद्धि-सदन,…

Read More
चढ़ा अषाढ़ गँगन घन गाजा

नागमती वियोग खण्ड-


चढ़ा अषाढ़ गँगन घन…

Read More
जय जय भगीरथनन्दिनि

जय जय भगीरथनन्दिनि, मुनि-चय चकोर-चन्दिनि,
 …

Read More
जलको गए लक्खनु

जलको गए लक्खनु, हैं लरिका
     …

Read More
जाके गति है हनुमानकी

जाके गति है हनुमानकी।
ताकी पैज पूजि आई, यह…

Read More
जाँचिये गिरिजापति कासी

जाँचिये गिरिजापति कासी। जासु भवन अनिमादिक दासी।। Read More

जे रजनीचर बीर बिसाल

जे रजनीचर बीर बिसाल, कराल बिलोकत काल न खाए। Read More

जो दससीसु महीधर ईसको

जो दससीसु महीधर ईसको बीस भुजा खुलि खेलनिहारो। Read More

जौं अपने अवगुन सब कहऊँ

बालकाण्ड-

जौं अपने अवगुन सब कहऊँ । बाढ़इ कथा…

Read More
जौं अहि सेज सयन हरि करहीं

बालकाण्ड-

जौं अहि सेज सयन हरि करहीं । बुध…

Read More
ठाढ़े हैं नवद्रुमडार गहें

ठाढ़े हैं नवद्रुमडार गहें, धनु काँधें धरें, कर सायकु…

Read More
तन की दुति स्याम सरोरुह

तन की दुति स्याम सरोरुह लोचन कंज की मंजुलताई हरैं। Read More

तीखे तुरंग कुरंग सुरंगनि साजि

तीखे तुरंग कुरंग सुरंगनि साजि चढ़े छँटि छैल छबीले। Read More

दसन चौक बैठे जनु हीरा

नखशिख खण्ड-

दसन चौक बैठे जनु हीरा। औ बिच…

Read More
दानी कहुँ संकर-सम नाहीं

दानी कहुँ संकर-सम नाहीं।
दीन-दयालु दिबोई भावै,…

Read More
दूलह श्रीरघुनाथ बने

दूलह श्रीरघुनाथ बने दुलही सिय सुंदर मंदिर माहीं। Read More

देखो देखो, बन बन्यो आजु उमाकंत

देखो देखो, बन बन्यो आजु उमाकंत। मानों देखन तुमहिं…

Read More
धरि धीर कहैं, चलु, देखिअ जाइ

धरि धीर कहैं, चलु, देखिअ जाइ, जहाँ सजनी ! रजनी…

Read More
धरीं तीर सब छीपक सारीं

मानसरोदक खण्ड-

धरीं तीर सब छीपक सारीं। सरवर…

Read More
नागमती  चितउर  पँथ  हेरा

नागमती वियोग खण्ड-

 

नागमती  चितउर…

Read More
नासिक खरग देऊँ कहि जोगू

नखशिख खण्ड-

नासिक खरग देऊँ कहि जोगू। खरग…

Read More
नैन जो देखे कंवल भए निरमर नीर सरीर

मानसरोदक खण्ड-

कहा मानसर चहा सो पाई। पारस…

Read More
नैन बाँक सरि पूजि न कोऊ

नखशिख खण्ड-

नैन बाँक सरि पूजि न कोऊ। मान…

Read More
पग नूपुर औ पहुँची करकंजनि

पग नूपुर औ पहुँची करकंजनि मंजु बनी मनिमाल हिएँ। Read More

पद कोमल, स्यामल-गौर कलेवर

पद कोमल, स्यामल-गौर कलेवर राजत कोटि मनोज लजाएँ। Read More

पदकंजनि मंजु बनीं पनहीं

पदकंजनि मंजु बनीं पनहीं धनुहीं सर पंकज-पानि लिएँ। Read More

पुरतें निकसी रघुबीरबधू

पुरतें निकसी रघुबीरबधू धरि धीर दए मगमें डग द्वै। Read More

पूस जाड़  थरथर तन काँपा

नागमती वियोग खण्ड-


पूस जाड़  थरथर…

Read More
प्रेम सों पीछें तिरीछें

प्रेम सों पीछें तिरीछें प्रियाहि चितै चितु दै चले…

Read More
बंदउँ नाम राम रघुबर को

बालकाण्ड-

बंदउँ नाम राम रघुबर को। हेतु कृसानु…

Read More
बर दंतकी पंगति कुंदकली

बर दंतकी पंगति कुंदकली अधराधर-पल्लव खोलन की। Read More

बरनौं गीवँ  कूँज कै रीसी

नखशिख खण्ड-

बरनौं गीवँ  कूँज कै रीसी।…

Read More
बरनौं माँग सीस उपराहीं

नखशिख खण्ड-

बरनौं माँग सीस उपराहीं। सेंदुर…

Read More
बरुनी का बरनौं इमि बनी

नखशिख खण्ड-

बरुनी का बरनौं इमि बनी। साँधे…

Read More
बावरो रावरो नाह भवानी

बावरो रावरो नाह भवानी।
दानि बड़ो दिन देत दये…

Read More
बिंधिके बासी उदासी तपी

बिंधिके बासी उदासी तपी ब्रतधारी महा बिनु नारि दुखारे। Read More

भइ ओनंत पदुमावति बारी

जन्म खण्ड-

भइ ओनंत पदुमावति बारी। धज घोरैं…

Read More
भए दस मास पूरि भै घरी

जन्म खण्ड-

भए दस मास पूरि भै घरी। पदुमावति…

Read More
भनिति बिचित्र सुकबि कृत जोऊ

बालकाण्ड-

भनिति बिचित्र सुकबि कृत जोऊ। राम…

Read More
भर  भादौं  दूभर  अति  भारी

नागमती वियोग खण्ड-


भर  भादौं  दूभर…

Read More
भा बैसाख  तपनि अति लागी

नागमती वियोग खण्ड-


भा बैसाख  तपनि…

Read More
भौंहैं स्याम धनुकु जनु ताना

नखशिख खण्ड-

भौंहैं स्याम धनुकु जनु ताना।…

Read More
मुखपंकज, कंजबिलोचन मंजु

मुखपंकज, कंजबिलोचन मंजु, मनोज-सरासन-सी बनीं भौंहैं। Read More

रजनीचर-मत्तगयंद-घटा

रजनीचर-मत्तगयंद-घटा बिघटै मृगराजके साज लरै। Read More

रतनसेनि   के  माइ  सुरसती

नागमती-संदेश खण्ड

रतनसेनि   के  माइ…

Read More
रसना कहौं जो कह रस बाता

नखशिख खण्ड-

रसना कहौं जो कह रस बाता। अँब्रित…

Read More
राम नाम कर अमित प्रभावा

बालकाण्ड-

राम नाम कर अमित प्रभावा । संत पुरान…

Read More
राम सरासन तें चले

राम सरासन तें चले तीर रहे न सरीर हड़ावरि फूटीं। Read More

रोइ गँवाएउ  बारह मासा

नागमती वियोग खण्ड-


रोइ गँवाएउ  बारह…

Read More
लागेउ माँह  परै  अब पाला

नागमती वियोग खण्ड-


लागेउ माँह  परै…

Read More
सब सोच-बिमोचन चित्रकूट

सब सोच-बिमोचन चित्रकूट। कलिहरन, करन कल्यान बूट।। Read More

सर चारिक चारु बनाइ कसें कटि

सर चारिक चारु बनाइ कसें कटि, पानि सरासनु सायकु…

Read More
सर-तोमर सेलसमूह पँवारत

सर-तोमर सेलसमूह पँवारत, मारत बीर निसाचरके।
इत…

Read More
सरजू बर तीरहिं तीर फिरैं रघुबीर

सरजू बर तीरहिं तीर फिरैं रघुबीर सखा अरु बीर सबै। Read More

सरवर तीर पदुमिनीं आईं

मानसरोदक खण्ड-

सरवर तीर पदुमिनीं आईं। खौपा…

Read More
सावन बरिस मेह अतिवानी

नागमती वियोग खण्ड-


सावन बरिस मेह अतिवानी।…

Read More
साँवरे-गोरे सलोने सुभायँ

साँवरे-गोरे सलोने सुभायँ, मनोहरताँ जिति मैनु लियो…

Read More
सिव ! सिव ! होइ प्रसन्न करु दाया

सिव ! सिव ! होइ प्रसन्न करु दाया।
करुनामय…

Read More
सीस जटा, उर-बाहु बिसाल

सीस जटा, उर-बाहु बिसाल, बिलोचन लाल, तिरीछी-सी भौंहैं। Read More

सूर सँजोइल साजि सुबाजि

सूर सँजोइल साजि सुबाजि, सुसेल धरैं बगमेल चले हैं। Read More

सेइअ सहित सनेह देह भरि, कामधेनु कलि कासी

सेइअ सहित सनेह देह भरि, कामधेनु कलि कासी।
समनि…

Read More
सेवहु सिव-चरन-सरोज-रेनु

सेवहु सिव-चरन-सरोज-रेनु। कल्यान-अखिल-प्रद कामधेनु।। Read More

हरनि पाप त्रिबिध ताप

हरनि पाप त्रिबिध ताप सुमिरत सुरसरित।
बिलसति…

Read More
हिया थार कुच कंचन लाडू

नखशिख खण्ड-

हिया थार कुच कंचन लाडू। कनक कचोर…

Read More