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1. अमर बेलि बिनु मूल की, प्रतिपालत…
1. कौन बड़ाई जलधि मिलि, गंग नाम…
1. कागद को सो पूतरा, सहजहि मैं…
1. दिव्य दीनता के रसहिं, का जाने…
1. रहिमन असमय के परे, हित अनहित…
1. रहिमन निज संपति बिना, कोउ…
1. रहिमन धोखे भाव से, मुख से…
1. रहिमन सुधि सबतें भली, लगै…
1. अंतर दाव लगी रहै धुआँ न प्रगटै…
1. अनुचित उचित रहीम लघु, करहिं…
1. एकै साधे सब सधै, सब साधे सब…
1. कहा करौं बैकुंठ लै, कल्प बृच्छ…
1. ऊगत जाही किरन सों अथवत ताही…
1. कुटिलन संग रहीम कहि साधू बचते…
1. ओछो काम बड़े करैं तो न बड़ाई…
1. कोउ रहीम जनि काहु के, द्वार…
1. जे गरीब पर हित करैं ते रहीम…
1. जेहि अंचल दीपक दुर्यो, हन्यो…
1. करम हीन रहिमन लखो धँसो बड़े…
1. जैसी तुम हमसों करी, करी करो…
1. तन रहीम है कर्म बस, मन राखो…
1. तरुवर फल नहिं खात हैं सरवर…
1. तैं रहीम मन आपुनो, कीन्हों…
1. जैसी जाकी बुद्धि है तैसी कहै…
1. जो रहीम दीपक दसा, तिय राखत…
1. देनहार कोउ और है, भेजत सो…
1. दुरदिन परे रहीम कहि, दुरथल…
1. नाद रीझि तन देत मृग, नर धन…
1. प्रीतम छबि नैननि बसी पर छबि…
1. बड़े बड़ाई नहिं तजैं, लघु रहीम…
1. रहिमन नीच प्रसंग ते नित प्रति…
1. पावस देखि रहीम मन कोइल साधे…
1. पसरि पत्र झँपहि पितहिं, सकुचि…
1. भजौं तो काको मैं भजौं, तजौं…
1. मनि मनिक महँगे किये, सस्तो…
1. मनिसिज माली की उपज, कहि रहीम…
1. मान सरोवर ही मिले, हंसनि मुक्ता…
1. मुकता कर करपूर कर, चातक जीवन…
1. यों रहीम तन हाट में, मनुआ…
1. रहिमन अँसुआ नयन ढरि जिय दुख…
1. रहिमन कबहुँ बड़ेन के, नाहिं…
1. रहिमन खोटी आदि की, सो परिनाम…
1. यों रहीम सुख दुख सहत, बड़े…
1. रहिमन तीन प्रकार ते हिम अनहित…
1. रहिमन जग जीवन बड़े, काहु न…
1. रहिमन पानी राखिए बिन पानी…
1. जाल परे जल जात बहि, तजि मीनन…
1. ससि की सीतल चाँदनी, सुंदर,…
1. रहिमन ब्याह बियाधि है सकहु…
1. रहिमन मारग प्रेम को, मत मतिहीन…
1. रहिमन या तन सूप है, लीजै जगत…
1. रहिमन दुरदिन के परे, बड़ेन…
1. रहिमन रहिला की भली, जो परसै…
1. समय पाय फल होत है, समय पाय…
1. छोटेन सो सोहैं बड़े, कहि रहीम…