काव्यांश (विषय - प्रकृति चित्रण)

चुम्बन

लहर रही शशिकिरण चूम निर्मल यमुना-जल,
चूम सरित…

Read More
ज्येष्ठ

ज्येष्ठ! क्रूरता-कर्कशता के ज्येष्ठ! सृष्टि के…

Read More
दान

वासन्ती की गोद में तरुण,
सोहता स्वस्थ-मुख…

Read More
दो बूँदें

दो बूँदें-

 

शरद का सुन्दर नीलाकाश, Read More

निशा बीती, गगन का रूप दमका

निशा बीती, गगन का रूप दमका,
किनारे पर किसी…

Read More
प्राची में फैला मधुर राग

इड़ा सर्ग-

प्राची में फैला मधुर राग
जिसके…

Read More
बादल छाये

बादल छाये,
ये मेरे अपने सपने
   …

Read More
बीती विभावरी जाग री

बीती विभावरी जाग री !
     अम्बर…

Read More