काव्यांश (पुस्तक - विनय पत्रिका)

ईस-सीस बससि

ईस-सीस बससि, त्रिपथ लससि, नभ-पताल-धरनि।
सुर-नर-मुनि-नाग-सिद्ध-सुजन…

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कस न दीनपर द्रवहु उमाबर

कस न दीनपर द्रवहु उमाबर। दारुन बिपति हरन करुनाकर।। Read More

को जाँचिये संभु तजि आन

को जाँचिये संभु तजि आन।
दीनदयालु भगत-आरति-हर,…

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गाइये गनपति जगबंदन

गाइये गनपति जगबंदन। संकर-सुवन भवानी-नंदन।।
सिद्धि-सदन,…

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जय जय भगीरथनन्दिनि

जय जय भगीरथनन्दिनि, मुनि-चय चकोर-चन्दिनि,
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जाके गति है हनुमानकी

जाके गति है हनुमानकी।
ताकी पैज पूजि आई, यह…

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जाँचिये गिरिजापति कासी

जाँचिये गिरिजापति कासी। जासु भवन अनिमादिक दासी।। Read More

दानी कहुँ संकर-सम नाहीं

दानी कहुँ संकर-सम नाहीं।
दीन-दयालु दिबोई भावै,…

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देखो देखो, बन बन्यो आजु उमाकंत

देखो देखो, बन बन्यो आजु उमाकंत। मानों देखन तुमहिं…

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बावरो रावरो नाह भवानी

बावरो रावरो नाह भवानी।
दानि बड़ो दिन देत दये…

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सब सोच-बिमोचन चित्रकूट

सब सोच-बिमोचन चित्रकूट। कलिहरन, करन कल्यान बूट।। Read More

सिव ! सिव ! होइ प्रसन्न करु दाया

सिव ! सिव ! होइ प्रसन्न करु दाया।
करुनामय…

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सेइअ सहित सनेह देह भरि, कामधेनु कलि कासी

सेइअ सहित सनेह देह भरि, कामधेनु कलि कासी।
समनि…

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सेवहु सिव-चरन-सरोज-रेनु

सेवहु सिव-चरन-सरोज-रेनु। कल्यान-अखिल-प्रद कामधेनु।। Read More

हरनि पाप त्रिबिध ताप

हरनि पाप त्रिबिध ताप सुमिरत सुरसरित।
बिलसति…

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