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ईस-सीस बससि, त्रिपथ लससि, नभ-पताल-धरनि।सुर-नर-मुनि-नाग-सिद्ध-सुजन…
कस न दीनपर द्रवहु उमाबर। दारुन बिपति हरन करुनाकर।। Read More
को जाँचिये संभु तजि आन।दीनदयालु भगत-आरति-हर,…
गाइये गनपति जगबंदन। संकर-सुवन भवानी-नंदन।।सिद्धि-सदन,…
जय जय भगीरथनन्दिनि, मुनि-चय चकोर-चन्दिनि, …
जाके गति है हनुमानकी।ताकी पैज पूजि आई, यह…
जाँचिये गिरिजापति कासी। जासु भवन अनिमादिक दासी।। Read More
दानी कहुँ संकर-सम नाहीं।दीन-दयालु दिबोई भावै,…
देखो देखो, बन बन्यो आजु उमाकंत। मानों देखन तुमहिं…
बावरो रावरो नाह भवानी।दानि बड़ो दिन देत दये…
सब सोच-बिमोचन चित्रकूट। कलिहरन, करन कल्यान बूट।। Read More
सिव ! सिव ! होइ प्रसन्न करु दाया।करुनामय…
सेइअ सहित सनेह देह भरि, कामधेनु कलि कासी।समनि…
सेवहु सिव-चरन-सरोज-रेनु। कल्यान-अखिल-प्रद कामधेनु।। Read More
हरनि पाप त्रिबिध ताप सुमिरत सुरसरित।बिलसति…