गद्यांश (विषय - फुटकल पंक्तियाँ)
खोजें
फुटकल पंक्तियाँ
मेघ बरसने के बाद आसमान शान्त और साफ हो जाता है, वैसे ही मन भी रति के बाद निर्मल, शुभ्र और कामनाहीन…
Read Moreफुटकल पंक्तियाँ
कविता में जहाँ देवताओं के प्रेम का वर्णन होता था, वह स्थान साधारण मनुष्य ले ले-यह जनतांत्रिक भाव…
Read Moreफुटकल पंक्तियाँ
स्नेह बड़ी दारुण वस्तु है, ममता बड़ी प्रचण्ड शक्ति है।
---
पर मेरा भाग्य अब भी किसी अदृष्ट…
फुटकल पंक्तियाँ
भारतीय किसान के पास ’रोष’ नाम की वस्तु है ही नहीं। वह तो सनातन ’होरी’ है,…
Read Moreबा की फुटकल पंक्तियाँ
रूप हो या शान-शौकत, अगर कोई कद्रदान न हो तो वह छीजते-छीजते साकार कुरूपता में बदल जाता है।
Read More