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उन चरणों में मुझे दो शरण।इस जीवन को करो हे…
गहन है यह अन्ध कारा; …
दलित जन पर करो करुणा।दीनता पर उतर आये Read More
धूलि में तुम मुझे भर दो।धूलि-धूसर जो हुए…
नूपुर के सुर मन्द रहे,जब न चरण स्वच्छन्द…
बादल छाये,ये मेरे अपने सपने …
भारत ही जीवन-धन, Read More
भाव जो छलके पदों पर,न हों हलके, न हों नश्वर। Read More
मरण को जिसने वरा है …
मैं अकेला;देखता हूँ, आ रही …
स्नेह-निर्झर बह गया है।रेत ज्यों तन रह गया…