काव्यांश (विषय - निराशा)

पतनोन्मुख

हमारा डूब रहा दिनमान!

मास-मास दिन-दिन प्रतिपल Read More

सच है

यह सच है:-
तुमने जो दिया दान दान वह,
हिन्दी…

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