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ऊँच-नीच का भेद न माने, वही श्रेष्ठ ज्ञानी है, Read More
‘‘मैं कहता हूँ, अगर विधाता नर को मुठ्ठी…
द्वन्द्व-युद्ध के लिए पार्थ को फिर उसने ललकारा, Read More
‘‘मूल जानना बड़ा कठिन है नदियों का,…
‘‘वह करतब है यह कि शूर जो चाहे कर सकता…
‘‘सिर पर कुलीनता का टीका,भीतर…