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जागो फिर एक बार!
समर में अमर कर प्राण, Read More
अभी न होगा मेरा अन्त।अभी-अभी ही तो आया है Read More
हमारा डूब रहा दिनमान!
मास-मास दिन-दिन प्रतिपल Read More
जीवन प्रात-समीरण-सा लघुविचरण-निरत करो। Read More
स्वप्नों-सी उन किन आँखों कीपल्लव छाया में…