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1. प्रेम अयनि श्रीराधिका, प्रेम-बरन…
1. जो जातें जामें बहुरि जा हित…
1. अति सूछम कोमल अतिहि, अति पतरो…
1. आनँद-अनुभव होत नहिं, बिना…
1. कमलतंतु सों छीन अरु, कठिन…
1. स्वारथमूल अशुद्ध त्यों, शुद्ध…
1. प्रेमफाँस में फँसि मरै, सोई…
1. इकअंगी बिनु कारनहि, इकरस सदा…
1. पै एतो हूँ हम सुन्यौ, प्रेम…
1. हरि के सब आधीन, पै हरी प्रेम-आधीन। Read More