काव्यांश (पुस्तक - रश्मिरथी)

कौन जन्म लेता किस कुल में

‘‘मैं कहता हूँ, अगर विधाता नर को मुठ्ठी…

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नर विभव-हेतु ललचाता है

‘‘होकर समृद्धि-सुख के अधीन,
मानव…

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नरता का आदर्श तपस्या के भीतर पलता है

नरता का आदर्श तपस्या के भीतर पलता है,
देता…

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निशा बीती, गगन का रूप दमका

निशा बीती, गगन का रूप दमका,
किनारे पर किसी…

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प्रासादों के कनकाभ शिखर

‘‘मुझ-से मनुष्य जो होते हैं,
क्ंचन…

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महाभारत मही पर चल रहा है

महाभारत मही पर चल रहा है,
भुवन का भाग्य रण…

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महाराज, उद्यम से विधि का अंक उलट जाता है

क्षुद्र पात्र हो मग्न कूप में जितना जल लेता है, Read More

याचना नहीं, अब रण होगा

‘‘हित-वचन नहीं तूने माना,
मैत्री…

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राधेय सान्ध्य पूजन में ध्यान लगाये

राधेय सान्ध्य पूजन में ध्यान लगाये,
था खड़ा…

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वसुधा का नेता कौन हुआ

वसुधा का नेता कौन हुआ?
भूखण्ड-विजेता कौन हुआ? Read More

सच है, विपत्ति जब आती है

सच है, विपत्ति जब आती है,
कायर को ही दहलाती…

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सरिता देती वारि कि पाकर उसे सुपूरित घन हो

सरिता देती वारि कि पाकर उसे सुपूरित घन हो,
बरसे…

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हार-जीत क्या चीज? वीरता की पहचान समर है

देवराज! हम जिसे जीत सकते न बाहु के बल से,
क्या…

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