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एक यही अरमान गीत बन, प्रिय, तुमको अर्पित हो जाऊँ। Read More
पुष्प-गुच्छ-माला दी सबने, तुमने अपने अश्रु छिपाए। Read More
मेरी तो हर साँस मुखर है, प्रिय, तेरे सब मौन सँदेसे। Read More