काव्यांश (पुस्तक - पल्लव)

खोलता इधर जन्म लोचन

खोलता इधर जन्म लोचन,
मूँदती उधर मृत्यु क्षण-क्षण; Read More

परिवर्तन

कहाँ आज वह पूर्ण-पुरातन, वह सुवर्ण का काल ? Read More