स्वेद-सलिलु, रोमांच-कुसु गहि दुलही अरु नाथ
पीछे1. स्वेद-सलिलु, रोमांच-कुसु गहि दुलही अरु नाथ।
दियौ हियौ सँग हाथ कैं हथलेय हीं हाथ।।
2. नख-रुचि-चूरनु डारि कै, ठगि, लगाइ, निज साथ।
रह्यौ राखि हठि लै गए हथाहथी मनु हाथ।।
1. स्वेद-सलिलु, रोमांच-कुसु गहि दुलही अरु नाथ।
दियौ हियौ सँग हाथ कैं हथलेय हीं हाथ।।
2. नख-रुचि-चूरनु डारि कै, ठगि, लगाइ, निज साथ।
रह्यौ राखि हठि लै गए हथाहथी मनु हाथ।।